Tesla chief Elon Musk’s visit to India postponed, had planned
Youth seen riding without helmet in MP Dr Ram Shankar Katheria road show in Agra
आगरा में सांसद कठेरिया के रोड शो में बिना हेलमेट बाइक पर हंगामा करते हुए निकले युवा
आगरालीक्स… आगरा में एसएसपी ने पुलिस वालों को भी हेलमेट पहना सिखा दिया है, लेकिन सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया के रोड शो में युवा बाइक पर बिना हेलमेट के रोड पर हंगामा करते हुए निकले, उन्हें देखकर हर किसी की जुबान पर एक ही बात थी कि यह क्या हो रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी देश सुधार के लिए तमाम काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ही कानून को हाथ में ले रहे हैं।
मंगलवार को ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा और एससी आयोग को संसद पर पास कराने का क्रेडिट सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया को देते हुए स्वागत किया जा रहा है। सुबह नौ बजे से ही कार्यकर्ता आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंच गए, सुबह 10 20 बजे सांसद राम शंकर कठेरिया दिल्ली से ट्रेन से आगरा कैंट पहुंचे। यहां उनका स्वागत किया गया, यहां खुली जीप में सांसद कठेरिया और उनकी पत्नी म्रदुला कठेरिया बैठ गए, एक जीप में विधायक और पदाधिकारी बैठ गए। इसके पीछे गाडियों और बाइक का काफिला था, इससे एमजी रोड का एक हिस्सा बंद हो गया। सुबह 11 20 बजे प्रतापपुरा चौराहे पर कठेरिया का स्वागत किया गया, यहां से एमजी रोड होते हुए रोड शो निकला, जगह जगह सांसद कठेरिया का स्वागत हुआ।
बिना हेलमेट और बाइक पर हाथ फैलाते हुए निकले युवा
रोड शो में युवा भी बाइक के साथ बडी संख्या में शामिल हुए, ये हेलमेट नहीं पहने थे, बाइक के पीछे वाली सीट पर युवक खडे थे और दोनों हाथ हवा में फैलाकर हंगामा करते हुए एमजी रोड से निकले।
प्रतिबंध के बाद भी एमजी रोड पर होर्डिंग
एमजी रोड पर होर्डिंग प्रतिबंधित है, इसके बाद भी एमजी रोड पर जगह जगह सांसद कठेरिया के स्वागत के होर्डिंग लगे थे, सडक पर ही स्वागत मंच बना लिया।
स्कूल की छुटटी के समय रोड शो से बच्चे परेशान, जाम में फंसे लोग
सांसद कठेरिया के रोड शो के काफिला के दौरान एमजी रोड पर एक घंटे जाम के हालात रहे, इसी समय स्कूलों की छुटटी हुई। इससे बच्चे और वाहन चालक जाम में फंस गए, धूप और उमस में जाम में फंसे लोग भाजपाईयों को कोसते रहे। हरीपर्वत चौराहे पर स्कूली बच्चों को रोक दिया गया। काफी देर तक बच्चे कड़ी धूप में खड़े रहे। जब भाजपा सांसद का काफिला गुजर गया तब जाकर स्कूली बच्चे वहां से निकले और अपने घर पहुंचे।