World heart day celebration in Agra: Mustard oil is good for heart
आगरालीक्स …सरसों का तेल दिल के लिए अच्छा है, लेकिन कंपनियों ने सरसों का तेल खाना तो क्या स्किन पर लगाना बंद करा दिया, आगरा में आईएमए द्वारा विश्व ह्रदय दिवस पर एमडी जैन इंटर कॉलेज, हरीपर्वत पर लगाए गए शिविर में लोगों को जागरूक किया। शिविर में मरीजों को परामर्श देने के साथ ह्रदय संबंधी जांचें की गई।
सुबह डॉक्टर साईकिल से शास्त्रीपुरम से सेंट जोंस कॉलेज पहुंचे, यहां से आईएमए भवन तोता का ताल पर आए और वहां से डॉक्टर साईकिल से एमडी जैन इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां लगाए गए ह्रदय मेला का शुभारंभ एसएन के पूर्व प्राचार्य व ह्रदय रोग विभाग के एचओडी डॉ वीके जैन ने किया। उन्होंने कहा कि पहले में खूब खाते थे और शारीरिक परिश्रम करते थे। इससे ह्रदय रोग नहीं होते थे। लेकिन कंपनियों ने सरसों का तेल खाना तो क्या स्किन पर लगाना तक बंद करा दिया। अब घी और चिप्स सहित फास्ट फूड में रिफाइंड का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसमें ट्रांसफैटी एसिड होते हैं। यह दिल के लिए अच्छे नहीं हैं। जबकि सरसों के तेल में अनसेच्यूरेटेड फैट होता है, इसमें एन 3 और एन 6 का अनुपात 1 4 होता है, इसलिए सरसों का तेल दिल के लिए अच्छा है। कुछ लोग जैतून का तेल इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन इसे बॉयलिंग प्वाइंट तक गर्म करने पर अच्छे फैट की बॉडिंग टूट जाती है और आॅक्सीडेटेड रेडिकट बन जाते हैं। यह दिल के लिए अच्छे नहीं हैं। आईएमए के अध्यक्ष डॉ जेएन टंडन ने कहा कि तनाव भरी जिंदगी में दिल का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए सुबह टहलने से लेकर खान पान और सकारात्मक विचार जिंदगी में जरूरी हैं। डॉ अशोक शर्मा ने कहा कि सबसे ज्यादा तनाव में डॉक्टर रहते हैं। उन्हें भी चेकअप करना चाहिए, ऐसा शिविर लगाया जाए, जहां एक ही जगह पर सभी तरह की जांच हो सकें। इस तरह का शिविर साल में एक बार लगाना चाहिए। डॉ विनेश जैन ने कहा कि दिल 24 घंटे काम करता है, ऐसे में दिल की धडकन कम, ज्यादा, सांस फूलना और दर्द की शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, यह ह्रदय रोग का लक्षण हो सकता है। धूम्रपान, शराब और तंबाकू के साथ फास्ट फूड के सेवन से 20 से 40 साल की उम्र में ह्रदय रोग होने लगे हैं। अब तो 18 साल की उम्र में एंजियोग्राफी करनी पड रही हैं। इस दौरान एक पहल द्वारा नुक्कड नाटक के माध्यम से बेटी बचाओ और दिल को स्वस्थ्य रखने का संदेश दिया गया। संचालन डॉ एके कालरा ने किया, धन्यवाद डॉ आरएस कपूर ने दिया। कोषाध्यक्ष डॉ सुनील शर्मा, डॉ नरेंद्र मल्होत्रा, डॉ सुनील बंसल, डॉ राजकुमार गुप्ता, मुकेश जैन, अनिल जैन, उमा जैन आदि मौजूद रहे।
गर्भवती महिलाओं का बढ जाता है ब्लड प्रेशर
डॉ नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का ब्लड प्रेशर बढा रहता है। उन्हें पहले से ह्रदय रोग है तो अटैक की आशंका रहती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भस्थ शिशु को भी ब्लड की सप्लाई होती है, इससे ह्रदय पर लोड बढ जाता है। इस तरह के केस में चेकअप जरूर करना चाहिए।
ह्रदय रोग से बचने के टिप्स
– जीवनशैली में बदलाव करें, आराम तलब जिंदगी में व्यायाम और 45 मिनट तक हर रोज टहलें
– मानसिक रूप से मजबूत रहें, तनाव ना लें
– सहनशीलता और संतोष का भाव रखें
– घर पर बना हुआ खाना ही खाएं, घी और तेल का कम से कम इस्तेमाल करें