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UP DGP Javeed Ahmad reaches Agra
आगरालीक्स …डीजीपी जावीद अहमद आगरा पहुंचे, वे पुष्पांजलि हॉस्पिटल गए। यहां उन्होंने फीरोजाबाद में खनन माफिया की गाडी से घायल सिपाही रवि रावत को देखा। उन्होंने बदमाशों की गोली से शमसाबाद में अजय यादव की मौत होने पर उनके परिजनों को आर्थिक मदद को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा की।
भाजपा सरकार आते ही सबसे पहले सख्ती पुलिस महकमे में हुई है, थानों में सफाई के साथ ही पुलिसिंग में बदलाव के सख्त आदेश दिए जा रहे हैं। ऐसे में शनिवार सुबह डीजीपी जावीद अहमद आगरा पहुंच गए। उन्होंने पुष्पांजलि हॉस्पिटल चलने के लिए कहा, एमजी रोड पर पुलिस यातायात व्यवस्थिति करने में जुट गई। हॉस्पिटल में उन्होंने घायल सिपाही रवि रावत के बारे में जानकारी ली। दोपहर 12 बजे वे हॉस्पिटल से चले गए। डीजीपी जावीद अहमद होटल अमर विलास में ठहरे हैं।
थाने का औचक निरीक्षण से उडे होश
डीजीपी थानों का भी औचक निरीक्षण कर सकते हैं, इसे लेकर अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर क्राइम और पिछले कुछ दिनों में पुलिसिंग में हुए बदलाव के बारे में भी पूछ सकते हैं।
एसओजी के सिपाही की गोली मारकर कर दी थी हत्या
5 अप्रैल को आगरा में एसओजी के सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी और पिस्टल लूट ले गए, बाइक सवार बदमाश सिपाही की हत्या कर फरार हो गए थे।
अजय यादव 2005 बैच के सिपाही थे। मूल रूप से मैनपुरी के किशनी के चांदा गांव के रहने वाले थे। उनके भाई दिनेश यादव भी सिपाही हैं। वह कन्नौज में तैनात हैं। पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह सेना में सूबेदार रहे थे। अजय यादव बुधवार रात करीब सात बजे थाना शमसाबाद से थोड़ी दूरी पर लगे मेले से वापस थाना आ रहे रहे थे। वह सिविल यूनिफार्म में थे। अजय यादव की बाइक पर पीछे एक युवक बैठा था। साथ चल रही अपाचे बाइक पर दो और युवक थे। चारों में बातें हो रही थीं। तभी कहासुनी होने लगी। चश्मदीद दुकानदार ने बताया कि चारों बाइक से उतर गए। एक युवक ने अजय के हाथ पकड़ लिए। दूसरे ने उन पर पिस्टल तान दी। अजय ने भागने की कोशिश की लेकिन उन्होंने छोड़ा नहीं। एक और ने पकड़ लिया। सीने से सटाकर उन्हें गोली मार दी गई। दुकानदार से 7:20 बजे यूपी – 100 को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक हमलावर भाग चुके थे। अजय को आगरा के जीजी नर्सिग होम लाया गया। यहां डाक्टरों ने मृत बताया। पुलिस ने बताया कि अजय साथ में पिस्टल रखते थे। यह नहीं मिली है। हमलावर इसे लूट ले गए । उसकी बाइक मौके पर मिली है।
अजय यादव एक साल पहले तक आगरा शहर के थानों में तैनात रहे। क्राइम ब्रांच में भी काम किया। कई बड़ी घटनाओं के खुलासे में अहम रोल रहा। इसके लिए उन्हें एसएसपी ने पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया था।
फाइल फोटो