Sorry Agra, I will never come back again: Apj Abdul Kalam
आगरालीक्स……. पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम छह अप्रैल 2011 को अंतिम बार आगरा आए थे, वे डीईआई के कानवॉकेशन में शामिल हुए, उन्होंने कहा था कि सचिन की तरह लक्ष्य तय कर उसे पाने के लिए प्रयास करते रहो, पीछे मुडकर मत देखो, खुली आंखों से भविष्य के सुनहरे सपने देखो। यहां से वे होटल क्लार्क शिराज में आयोजित नेशनल चैंबर के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। कार्यक्रम में उनके साथ पफोटो खिंचवाने की होड लग गर्इ्, धक्का मुक्की और शोर शराबे से वे बेहद दुखी हो गए। उन्होंने मंच से यहां तक कह दिया कि सॉरी आई बिल नेवर कम बैक अगेन। इससे पहले वे वर्ष 2009 में हिंदुस्तान के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
माफ करना मैं आगरा आने में लेट हो गया
तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को डॉ भीमराव अंबेडकर विवि के 24 दिसंबर 2003 को आयोजित कान्वोकेशन में आमंत्रित किया गया था। उन्हें 11 बजे आना था, लेकिन कोहरा होने से वे कार्यक्रम स्थल पर दोपहर में पहुंच सके। समय की कीमत समझने वाले डॉ कलाम ने मंच से देर से आने पर माफी मांगी थी।
अंतिम ट्वीट ‘शिलांग जा रहा हूं. और थम गई सांस
देश के 11वें राष्ट्रपति रहे अब्दुल कलाम सोमवार को आइआइएम-शिलांग में लेक्चर देने आए थे। अपने अंतिम ट्वीट में उन्होंने कहा था, ‘शिलांग जा रहा हूं…आइआइएम में धरती पर जीवन को लेकर लेक्चर देना है। जनता के प्रिय राष्ट्रपति रहे कलाम ने शाम साढ़े छह बजे शिलांग में आइआइएम संस्थान में छात्रों को जीवन योग्य ग्रह पर व्याख्यान देना शुरू किया। पांच मिनट के बाद ही वह व्याख्यान देते समय अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। हृदयाघात से उनकी हालत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत नानग्रिम हिल्स में स्थित बेथनी अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन दो घंटे से अधिक समय तक डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
30 को अंतिम संस्कार
दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का अंतिम संस्कार गुरुवार 30 जुलाई को उनके गृह नगर रामेश्वरम में सुबह 11 बजे किया जाएगा। इससे पहले दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर मंगलवार को विशेष विमान से गुहावटी से दिल्ली लाया गया। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए डॉ कलाम के सरकारी आवास पर रखा गया है, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है।