Scindia school workshop in Agra
आगरालीक्स ….आगरा में कहा कि असली शिक्षा वहीं है जो न सिर्फ अच्छे अंक वल्कि बच्चों के चरित्र और व्यक्तित्व का भी निर्माण करे। विद्यार्थियों में मानवीय संवेदनाएं विकसित कर उन्हें एक अच्छा इंसान भी बनाए। यह कहना था ग्वालियर सिंधिया स्कूल के प्रधानाचार्य डॉण् माधव देव सारस्वत का। संजय प्लेस स्थित होटल पीएल पैलेस में सिंधिया स्कूव व ओल्ड सिंधिया बॉयस एसोसिएशन ;सोबाद्ध द्वारा आयोजित एन ओपन हाउस फॉर पैरेन्ट्स कार्यक्रम में उन्होंने वर्तमान शिक्षा पर खुली चर्चा की। जिसमें सिंधिया कॉलेज के 1960 में पासआउट विद्यार्थियों से लेकर वर्तमान शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों सहित तीन पीढ़ियों ने भाग लिया।
कहा कि वर्तमान में सिर्फ बच्चों के स्किल डवलपमेंट पर ध्यान दिया जा रहा है। वह भी सही तरीके से नहीं। शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनके व्यक्तित्व का विकास भी होना चाहिए। शिक्षा र्थ सिर्फ रिजल्ट में 90 प्रतिशत से धिक क प्राप्त करना नहीं बल्कि शारीरिकए आत्मिक व आध्यात्मिक ज्ञान भी है। इसके लिए बच्चों को खेलकूदए संगीत व ट्यूरिज्म के जरिए प्रकृति को भी समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों में भी आत्मविश्वास की कमी देखी जा रही है। जबकि एक शिक्षक पर समाज के विद्यार्थियों के जरिए एक समाज के निर्माण की जिम्मेदारी होती है। शिक्षकों को अपनी इस जिम्मेदारी को गम्भीरता व संवेदना के साथ निभाना चाहिए। इस मौके पर 1960 में सिंधिया स्कूल से पासआउस किशन अरोड़ा ने अपनी यादों को नई पीढ़ी के साथ साझा किया। सिंधिया स्कूल के शिक्षक डॉण् विशेष सहाय ने सिंधिया स्कूल के छात्रों द्वारा आस.पास के गांव में किए जा रहे सामाजिक कार्यों व स्कूल की आवासीय गतिविधियों पर प्रकाश डाला। सोबा ;सिंधिया ओल्ड बॉयस एयोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि विषय चुनने से पहले विद्यार्थी अपनी क्षमताओं को पहचनाने और बिना किसी दबाब के विषय को चुने। तभी वह बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकेंगे। कार्यक्रम में मौजूद अभिभावकों व विद्यार्थियों ने आवासीय शिक्षा से सम्बंधिक सवाल भी पूछे।
संचालन सोबा आगरा के अध्यक्ष मनीष बंसल ने किया। इस अवसर पर सोबा आगरा के पैट4न अरविन्द कपूरए उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शर्माए सचिव अंकुर भार्गवए तुषार बंसलए शुभम बंसलए अनुराग मित्तलए वरुण कांत आदि मौजूद थे।