Agra News: Campaign will run against arbitrary and unregistered coaching
Row over House: Agra Univ. VC issues notice to Central Minister Dr Katheria
आगरालीक्स ……..डॉ भीमराव अंबेडकर विवि, आगरा के वीसी प्रोफेसर मोहम्मद मुजम्मिल ने केंद्रीय मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया को नोटिस जारी किया है। इसमें उनसे कहा गया है कि वे केएमआई में हिंदी के शिक्षक पद से अवकाश पर हैं, इसके बाद भी खंदारी परिसर स्थित शिक्षक आवास में रहते हैं तो किराया देना होगा। इस बाबत राज्यपाल राम नाईक को भी अवगत करा दिया गया है।
आगरा के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया और कुलपति के बीच मतभेद हैं। केंद्रीय मंत्री ने विवि के बिगडे हालात पर राज्यपाल राम नाईक से शिकायत करते हुए कुलपति को हटाने की मांग की थी। अब कुलपति को मौका मिल गया है तो उन्होंने एनएसयूआई द्वारा केंद्रीय मंत्री से आवास खाली कराने की उठार्इ् जा रही मांग को आधार बनाते हुए नोटिस जारी किया है।
नवंबर से अवकाश पर हैं मंत्री, वापस करनी पडी सैलरी
केंद्रीय मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया नवंबर 2014 से केएमआई से अवकाश पर हैं। उन्हें एक महीने की सैलरी भी वापस करने के लिए कहा गया था। मगर उन्होंने आवास खाली नहीं किया है। ऐसे में एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अमित सिंह, जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा के नेत्रत्व में केंद्रीय मंत्री से आवास खाली कराने के लिए मोर्चा खोल रखा है।
अवैध निर्माण और 15 एसी
एनएसयूआई के पदाधिकारियों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री को शिक्षक आवास मिला हुआ है, उन्होंने एक अन्य शिक्षक के आवास को घेर लिया है। इसके साथ ही अवैध निर्माण कराते हुए बडा हॉल बनाया है। इसमें जिम के साथ ही अन्य अत्याधुनिक संसाधन हैं। इसमें 15 एसी लगे हुए हैं। इसका बिल भी विवि द्वारा दिया जा रहा है।
मंत्री पद का देना होगा एचआरए
जानकारों के मुताबिक, नियमानुसार केंद्रीय मंत्री विवि के आवास में रहते हैं तो उन्हें मंत्री पद पर रहते हुए जो एचआरए मिल रहा है, वह विवि में जमा कराना होगा। इसके बाद ही वे विवि में रह सकेंगे।
मंत्री पर फेंकेंगे अंडे
विवि के 28 अक्टूबर को होने जा रहे दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री को आमंत्रित करने का भी विरोध किया जा रहा है। एनएसयूआई ने ऐलान किया है कि केंद्रीय मंत्री को मंच पर जगह दी जाती है तो उन पर अंडे फेंक विरोध किया जाएगा। इस पर कुलपति ने केंद्रीय मंत्री को दीक्षांत समारोह में आमंत्रित करने से इन्कार कर दिया है।