Musical Night in Handicraft Fair in Agra
आगरालीक्स.. आगरा में गजगामिनी म्यूजिकल नाइट में जमकर मस्ती की, गजगामिनी म्यूजिकल ईवनिंग में मम्मियों के साथ बच्चों ने रैंप पर जलवा बिखेरा। भांगड़ा इत्यादि के साथ ही कई राज्यों की लोककला और लोकगीतों का जनसमूह ने लुत्फ उठाया। इस कार्यक्रम की शुरूआत सांयकालीन सत्र में मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी नगर केपी सिंह ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में महिलाओं के बीच अपनी विशिष्ट पहचान रखने वालीं एवं महिला सशक्तिकरण से संबंधित एक प्रसिद्ध नाम डा. रंजना बंसल एवं बबिता चैहान मौजूद थीं। कलाकारी हो, बुनाई या नक्काशी हो या फिर निर्माण जिन लोगों ने हाथों की कला में अपना अधिकतर समय बिताया हो, उनके चेहरों पर इस काम से मिलने वाली संतुष्टि का भाव देखने को मिला कल्याणकारी महिला समिति की ओर से आयोजित हस्तकला मेले में। इस मेले ने न सिर्फ पूरे भारत में हस्तशिल्प के क्षेत्र में पूरे जुनून के साथ काम कर रही महिला शिल्पियों से रूबरू कराया बल्कि महिला सशक्तिकरण का संदेश भी दिया।
कल्याणकारी महिला समिति की ओर से रविवार को आगरा क्लब में आयोजित हस्तकला मेले में भारतीय हस्तकला का जादू देखने को मिला। लोग इसकी तरफ खिंचे चले आए। दिल्ली, जोधपुर, बंगलौर, देहरादून, मथुरा, फिरोजाबाद, गाजियाबाद आदि के साथ लोकल के हस्तशिल्प उत्पाद आकर्षण का केंद्र रहे। दिव्यांग बच्चों के हुनर से लेकर घर में सुकून देने वाले औषधीय गुणों से युक्त पौधों तक, टीन एजर्स की हाॅबी से लेकर फैशन और लाइफस्टाइल तक मेले में न सिर्फ हाथों का हुनर मौजूद था बल्कि भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने वाले मेले ने परोपकार और महिला सशक्तिकरण का संदेश भी दिया। सर्वप्रथम मेले का उदघाटन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार कीं धर्मपत्नी हेमलता जी ने रिबन काटकर और गणेश जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कल्याणकारी महिला समिति की सराहना की। कहा कि हस्तशिल्प कला महिलाओं को स्वावलंबी एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का एक साधन है। मुख्य अतिथि और दूर-दूराज से आए हस्तशिल्पियों का आभार जताते हुए समिति अध्यक्ष अशु मित्तल ने कल्याणकारी महिला समिति द्वारा किए जा रहे सेवा कार्यों और समिति के गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मेले में न सिर्फ अलग-अलग राज्यों के हस्तशिल्प की झलक है बल्कि व्यंजन, संगीत और खेलकूद का भी आनंद है, जिसके पीछे एक लंबे समय से चल रही मेहनत है।
मेला संयोजिका नीलिमा पाटनी ने बताया कि मेले में प्रदेश व प्रदेश से बाहर से आए शिल्पियों द्वारा तकरीबन 200 स्टाॅल्स पर बेहतरीन किस्म की हजारों हाथ से बनी कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया है। इसमें फर्नीचर, घर की सजावट की चीजें, आॅर्गेनिक बाॅडी केयर प्रोडक्ट्स, पत्थर और धातुओं से बनी कलाकृतियों, एक्सेसरीज, गिफ्ट आईटम्स जैसी चीजें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कल्याणकारी महिला समिति का उद्देश्य इस मेले के जरिए न सिर्फ महिलाओं को आगे लाना है बल्कि बल्कि एक अनौखी कोशिश है भारतीय हस्तकला और हस्तशिल्प उद्योग में एक नई जान फूंकने की। सचिव रीना गर्ग ने बताया कि इस हस्तशिल्प प्रदर्शनी का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना भी है। महिलाओं को इस मेले में आमंत्रित किया गया है ताकि अपनी रूचि अनुसार वह अपने लिए सामग्री का चयन कर उसके निर्माण की कला सीखें और स्वरोजगार के प्रति आकर्षित हों। कोषाध्यक्ष सविता पालीवाल ने कहा कि हस्तशिल्प एक ऐसा हुनर है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति खासकर महिलाएं घर पर बैठे ही रोजगार प्राप्त कर स्वावलंबी बन सकती हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण भी कर सकती हैं। इस मेले का लाभ हस्तशिल्पियों को भी होगा, चूंकि वे इतनी मेहनत से जो सामान तैयार करते हैं उसे एक नई जगह प्रदर्शित किया जा सकेगा।
इस अवसर पर विमला असोपा, स्नेहलता गुप्ता, पुष्पा मेहरा, भावना अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल, शीला खंडेलवाल, संतोष गर्ग आदि मौजूद थे।
*ड्राइंग में छाए भारती विद्यापीठ के छात्र*
*कंचन आहूजा ने बनाई सबसे अच्छी डिश*
मेले के अंतर्गत दोपहर के समय कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिसमें गुरमे क्लब आॅफ आगरा कीं रेनुका डंग और मयूरी मित्तल के निर्देशन में आयोजित कुकिंग प्रतियोगिता में कंचन आहूजा ने सबसे स्वादिष्ट डिश बनाकर पहला स्थान प्राप्त किया, रिचा माला दूसरे और पायल गुप्ता तीसरे स्थान पर रहीं। प्रतियोगिता के निर्णायकों की भूमिका होटल पीएल पैलेस के शैफ अंशुल कंवल और होटल क्लार्क्स शीराज के शैफ अतुल नोटियाल ने निभाई। वहीं होली पब्लिक स्कूल के निर्देशन में ड्राइंग प्रतियोगिता हुई। इसके सीनियर वर्ग में भारतीय विद्यापीठ कीं खुशी भारद्वाज पहले, इसी विद्यालय कीं पारूल वर्मा दूसरे और सुमित राहुल मैमोरियल कीं सौम्या शर्मा तीसरे स्थान पर रहीं। ड्राइंग के जूनियर वर्ग में सेंट काॅनरेड कीं वेदांती गुप्ता पहले, भारतीय विद्यापीठ के फैजान खान दूसरे और सेंट पैट्रिक्स कीं सान्वी अग्रवाल तीसरे स्थान पर रहीं। निर्णायक की भूमिका बैकुंठी देवी कन्या विद्यालय की अध्यापिका रेखा कक्कड ने निभाई।
*महिलाओं के लिए लगा ब्रेस्ट स्क्रीनिंग कैंप*
मेले में रेनबो हाॅस्पिटल की ओर से महिलाओं के लिए स्तन कैंसर की जांच, बीएमडी, बीएमआई जांच आदि निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गईं। बड़ी संख्या में महिलाओं ने इस शिविर का लाभ उठाया। शिविर में डा. मनोज सिंह, केशवेंद्र सिसौदिया, संगम, खुशी, सागर आदि ने सेवाएं प्रदान कीं।
*स्टाॅल्स ने किया आकर्षित*
मेले में तमाम ऐसी स्टाॅल्स थीं, जिन पर भारी भीड़ जुटी रही। इसमें दुर्लभ और घर-कमरों में सजाए जाने वाले आकर्षक पौधों से लेकर टीन एजर्स गल्र्स की गनाई पेंटिंग्स तक खूब पसंद की गईं। वहीं देहरादून के समर्पण कला केंद्र के दिव्यांग बच्चों और स्नेह मंदबुद्धि संस्थान के स्पेशल बच्चों के बनाए प्रोडक्ट्स ने सबका दिल जीता। इसके अलावा प्रदर्शनी में विभिन्न स्टाॅल्स पर हाथ से बनीं फैशन और लाइफ स्टाइल से जुड़ीं चीजें, घर की साज-सज्जा का सामान, महिलाओं और बच्चों के परिधान आकर्षण का केंद्र रहे।