MSME databank for businessman in Agra
आगरालीक्स… आगरा के कारोबारियों को प्रोडेक्ट और रॉ मैटेरियल के लिए भटकना नहीं पडेगा, मेक इन इंडिया के लिए कारोबारियों को जमीनी आधार देते हुए एक क्लिक पर सभी जानकारी और रॉ मैटेरियल खरीदने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम संस्थान एमएसएमई द्वारा डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है। सोमवार से आगरा में एमएसएमई ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है, अभी तक 20 कंपनियां रजिस्ट्रेशन करा चुकी हैं। डाटा बैंक में 100 कंपनियों का रजिस्ट्रेशन किया जाना है। यह सुविधा सप्लायर और मैन्यूफ्रेक्चरर दोनों के लिए है और इससे देश भर के 30 एमएसएमई सेंटरों को जोडा जाएगा, ये एक दूसरे से जुडे होने के साथ अपडेट होते रहेंगे।
एमएसएमई की वेबसाइट से मिलेगी जानकारी
एमएसएमई की वेबसाइट msmedatabank.in पर एक महीने बाद क्लिक करते ही करीब तीन हजार कंपनियों के उत्पाद नजर आएंगे। उसके बाद हर महीने इसमें बढ़ोतरी होती रहेगी। उद्योग आधार वाली कंपनियां इस डाटा बैंक का हिस्सा बन सकती हैं। वेबसाइट पर ही इसका रजिस्ट्रेशन होना है और पासवर्ड मिलने के बाद वह देश की किसी भी कंपनी के उत्पादों का ब्योरा ले पाएंगी। आगरा की लेदर, फाउंड्री, पॉलीप्लास्ट, इंजीनियरिंग कंपोनेंट, क्राफ्ट आदि को इसका फायदा मिलेगा। आगरा में करीब 26 हजार इकाइयां है, इनमें से एमएसएमई में करीब 12500 रजिस्टर्ड हैं। अब तक 5951 ही उद्योग आधार से जुड़ी हैं। उद्योग आधार से जुड़ने वाली इकाइयों को ठीक उसी तरह से सरकारी योजनाओं का फायदा मिल सकेगा, जिस तरह से आधार कार्ड का विभिन्न सेवाओं में उपयोग हो रहा है। सब्सिडी, रिटर्न टैक्स छूट समेत कई फायदे उद्योग आधार के जरिए मिलेंगे।
दूसरे पायदान पर आगरा
उद्योग के आधार पर आगरा में एमएसएमई तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश में उद्योग आधार के मामले में आगरा दूसरे नंबर पर है। यहां मंगलवार रात आठ बजे तक 5951 पंजीकरण हो चुके थे, जबकि सूबे में पहले नंबर पर गाजीपुर है, जहां 11351 इकाइयां रजिस्टर्ड हो चुकी हैं। आगरा में 5951 इकाइयों में 5620 माइक्रो, 324 स्माल और सात मीडियम श्रेणी में पंजीकृत हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ इस मामले में बहुत पीछे टॉप 10 में भी नहीं है।