Income tax search on K P group in Agra
आगरालीक्स… आगरा में एक बडे शिक्षण संस्थान पर आयकर विभाग की टीमों ने सर्च की, उनके कार्यालय, कमला नगर स्थित आवास और संस्थान में दस्तावेज खंगाले, हार्ड डिस्क चेक की गई। यह लिंक सर्च बताई जा रही है, कानपुर में किसी ग्रुप पर हुई सर्च के बाद आगरा के शिक्षण संस्थान से जुडे ग्रुप से व्यापारिक संबंधों के दस्तावेज मिलने के बाद यहां आयकर विभाग की टीम ने कार्रवाई की है। इनके दो लॉकर सील कर दिए गए हैं और कैश की गिनती की जा रही है ।
आयकर विभाग ने मंगलवार को कानपुर के सिग्मा इस्पात एंड कास्ट आयरन मालिक विजय जाखोदिया, प्रीमियम इस्पात लिमिटेड के मालिक विनय जैन, अजय जैन, अमित जैन, अरुण जैन एवं क्वालिटी स्टील के मालिक एके अग्रवाल समेत 23 परिसरों और देश भर में 45 से अधिक ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। इन्हीं छापों में आगरा से तार जुड़े मिले तो आगरा में भी केपी ग्रुप पर लिंक सर्च शुरू कर दी गई। इस सर्च में 150 से अधिक अधिकारियों की टीम मौके पर जांच कर रही है। तीनों स्टील कारोबारियों के कानपुर के साथ लिंक सर्च में मल्लावां (फतेहपुर), उरई (जालौन) आगरा, जयपुर, कोलकाता में 80 से अधिक अधिकारियों की टीम ने भी जांच पड़ताल शुरू की। रीयल एस्टेट कारोबार में निवेश के कागजात मिले हैं।
व्यापारियों ने किया विरोध
व्यापारी संगठन उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने केपी ग्रुप पर हुई कार्रवाई का विरोध किया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य कमला नगर स्थित कामता प्रसाद अग्रवाल के घर पहुंचे और आयकर अधिकारियों से कार्रवाई रोकने की मांग की, लेकिन आयकर अधिकारियों ने उनकी मांग अनसुनी कर दी। रीयल एस्टेट के बड़े व्यापारी कामता प्रसाद अग्रवाल के ग्रुप पर 16 साल में यह तीसरी बड़ी आयकर कार्यवाही की गई है। आठ साल पहले 2008 में भी उनके प्रतिष्ठानों और घर पर सर्च की गई थी।
पांच अप्रैल को भी आगरा में हुआ था लिंक सर्वे
आयकर विभाग की टीम ने नासिक की इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी अशोका बिल्डकॉन पर सर्च की कार्रवाई की है , इसमें उन्हें पीएनसी इन्फ्राटेक लिमिटेड, आगरा से लेनदेन के तमाम दस्तावेज मिले हैं। इस पर आयकर विभाग की दिल्ली की टीम ने स्थानीय आयकर अधिकारियों के साथ कवर्ड सर्वे की कार्रवाई शुरू की, दोपहर में आयकर विभाग के अधिकारी और इंस्पेक्टर कंपनी के कार्यालय पर पहुंचे। उन्होंने नासिक में इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी पर चल रहे सर्वे की कार्रवाई को आगे बढाते हुए दस्तावेज चेक किए। इसमें यह देखा जा रहा है कि नासिक की इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने जो पीएनसी से खरीद फरोख्त का ब्योरा दिया है, उसमें टैक्स चोरी तो नहीं की गई है। आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम मंगलवार देर रात तक दस्तावेज और कंप्यूटर के रिकॉर्ड खंगालने में जुटी रही।
जनवरी से मार्च तक हुए बडे सर्वे
आयकर विभाग की टीम ने शू कंपनियों के साथ ही फार्मास्यूटिकल कंपनी पर जनवरी से मार्च के बीच में सर्वे की कार्रवाई की थी। इसमें करोडों का सरेंडर अघोषित आय स्वीकार करना हुआ था और इन फर्म से आयकर विभाग को अच्छा इनकम टैक्स मिला है।