Holi celebration start in Mathura
आगरालीक्स… ब्रज में हो हो होली है के रंग और गुलाल उड रहे हैं, मथुरा के रमणरेती धाम में श्री कार्ष्णि जयंती समारोह में अबीर-गुलाल और रंगों की बरसात में भक्त समूह सराबोर हो उठा। यहां तीन घंटे तक भक्तों ने जहां रासलीला का आनंद उठाया, वहीं जमकर होली खेली।
मथुरा के रमणरेती में कलाकारों द्वारा भगवान कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का सटीक मंचन किया। आज बिरज में होली रे रसिया गीत के बाद फूलों की होली, गुलाल की होली व टेसू के रंग की जमकर होली हुई। नारंगी, पीला, हरा, लाल, गुलाबी, बैंगनी, आसमानी आदि रंगों की ऐसी बरसात हुई कि वातावरण में हर ओर गुलाल ही गुलाल दिखाई देने लगा। भगौने में भरकर रखे गए रंग को बाल्टियों द्वारा भक्तों पर डाला गया। चिरजीवौ होली के रसिया के बाद समापन स्वरूपों की आरती के साथ हुआ। संचालन उमेश जटवानी ने किया। बरसाने की होली का आनन्द लेने आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सम्मान में वृन्दावन के पं.बनवारी महाराज द्वारा रचित विशेष होली ‘अवध पुरी में मनी दिवारी, ब्रज में होरी की तैयारी, बाके मन में उठी उचंग, रसिया होरी में‘ भी रमण-रेती धाम में आज ही संतों के बीच बार-बार गूंजी। रमणरेती में रासलीलाचार्य गोपाल ठाकुर द्वारा संचालित रासलीला में दान लीला में हमारौ दान दे वारी, दधि बेचवे वारि का मंचन आकर्षण का केंद्र रहा। माखन लीला, मयूर नृत्य, लठामार होली आदि के माध्यम से कलाकारों ने कार्यक्रम में चार चांद लगाए। तबला पर शेरा पंडित, ढोलक पर हरीकिशन उपाध्याय, पैड पर विष्णु उपाध्या
राधा-कृष्ण के स्वरूपों की आरती
होली महोत्सव का शुभारम्भ कार्ष्णि पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी गुरु शरणानन्द महाराज ने मंच पर राधा-कृष्ण के स्वरूपों की आरती उतार कर किया। उन्होंने स्वरूपों के साथ चंदन की होली खेली। तदुपरांत, भक्तों के बीच में गुजर कर उन पर अबीर-गुलाल की वर्षा की। आधुनिक पिचकारी से टेसू के रंग की बरसात करके भक्तों को सराबोर कर दिया।