r 3आगरालीक्स… आगरा में 18 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद पुलिस प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। एसपी ट्रैफिक राजेश कुमार सिंह ने अपील की है कि अनावश्यक कार्य के लिए घर से बाहर ना निकलें। सवा लाख क्यूसिक पानी आगरा में शाम तक आ जाएगा। इसे देखते हुए फतेहरपुर सीकरी, खेरागढ, फतेहाबाद के लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के पास ना जाएं, शाम को तेज बहाव के साथ नदी उफान भर सकती हैं, इससे हादसा होने की आशंका है।
आगरा में शनिवार रात से बारिश हो रही है, बारिश के न थमने से सडक और रेल यातायात बाधित हो चुका है। आगरा के साथ ही मथुरा और धौलपुर में भीषण जलभराव है। मथुरा में गोवर्धन परिक्रमा के लिए जा रहे लोगों को रिफाइनरी के पास रोक दिया r 2गया है। मथुरा में भीषण जलभराव के हालात हैं, वहां से वाहन नहीं निकल पा रहे हैं। धौलपुर में पांचना बांध से पानी छोडे जाने से करौली का रास्ता बंद हो गया है। करौली में जलभराव के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इसी तरह शहर में हाईवे को छोडकर अन्य मार्गों पर भीषण जलभराव है। घरों और दुकानों में जलभराव होने से करोडों का नुकसान हो चुका है। अभी भी बारिश का कहर जारी है। इसी तरह से बारिश होती रही तो हालात बिगड सकते हैं।
छुटटी के दिन घरों में कैद, घरों में पानी
शनिवार रात नौ बजे से शुरू हुई बारिश अभी जारी है, इससे रविवार को छुटटी के दिन लोगों की आंखें खुली तो बारिश हो रही थी। सबसे ज्यादा स्थिति निचले इलाकों में है, आगरा में बिजली घर, सूरसदन, खेरिया मोड, सिकंदरा आवास विकास सहित अधिकांश क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। नालों के उफान मारने से गंदा पानी घरों में जा रहा है। इससे घर का सामान भी बाहर पानी में तैरने लगा है।

r 1स्कूल और घरों की दीवाल ढही
लगातार हो रही बारिश का कहर बरपने लगा है। खंदौली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सराय रुपा की दीवाल ढह गई। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह दीवाल ढह गई है। घरों में पानी भरने पर लोग बाहर निकल आए हैं।

यमुना में बढा जलस्तर, झरना नाले में बाढ
बारिश से यमुना का जलस्तर भी बढने लगा है। वहीं यमुना पार क्षेत्र में झरना नाले में तेज बहाव के साथ पानी बढने से खेत जलमग्न हो गए हैं। इससे आस पास के खेतों में पानी भर गया है और पानी का बहाव तेज होता जा रहा है।

 

train 5रेल यातायात बाधित
बारिश से रेल यातायात भी बाधित हुआ है, आगरा दिल्ली रूट पर कई जगह पर ट्रेनें खडी हुई हैं। वहीं, बारिश के चलते बसें भी जगह जगह पर फंसी हुई हैं। बारिश से सडकों पर जलभराव हो गया है, इससे निकलना मुश्किल है।