Agra News: The birth anniversary of the first Tirthankara Lord
Golden Baba undegoes throat surgery & reduce golden jewellery, Visit Agra
आगरालीक्स… गोल्डन बाबा सुरक्षाकर्मियों के घेरे में आगरा पहुंचा, वे साढे बारह किलो सोने के आभूषण पहनते हैं, ज्वैलरी का अधिक वजन होने के कारण उन्हें गले का आॅपरेशन करना पडा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को आगरा के बाह के बड़ागांव में कथा समारोह में शामिल होने गोल्डन बाबा पहुंचे, बीहड के रास्ते यहां पहुंचे सुरक्षाकर्मियों से घिरे गोल्डन बाबा ने कहा कि सुरक्षा है तो डरने की कोई बात नहीं थी। उनके भक्त धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि आभूषणों के कारण चार महीने पहले उनके गले का आपरेशन हुआ था। तब से उन्होंने आभूषणों का वजन कम कर दिया है। वे जो स्वर्ण आभूषण पहने हैं वे लक्ष्मी, सरस्वती, दुर्गा, हनुमान आदि देवों के प्रतीक हैं। वे यहां से हरिद्वार के दशहरा उत्सव में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। उन्होंने कहा कि सितंबर में होने वाले राम परिवार की प्रतिष्ठा समारोह में वे जरूर जाएंगे।
कपडा कारोबारी से बने गोल्डन बाबा
गोल्डन बाबा का नाम सुधीर उर्फ बिट्टू भगत था। दिल्ली के गांधीनगर मेें उनका कपडे़ का बड़ा कारोबार है। वर्ष 2012 के इलाहाबाद कुंभ में महंत मुछंदरपुरी ने उन्हें यह नाम दिया था। भूकंप त्रासदी के दौरान 11 किलो सोना दान किया था। गांधीनगर, हरिद्वार और बरेली में उन्होंने शिव मंदिर और आश्रम बनवाए हैं। उत्तराखंड सरकार से उन्हें दो सुरक्षागार्ड मिले हैं। निजी बाउंसर भी सुरक्षा घेरे में शामिल है।
29 मई 2016 को आए थे आगरा
आगरा तीन करोड के सोने के आभूषण पहन कर हाथ हिलाते हुए बाबा एसएसपी कार्यालय पहुंचे, उन्होंने इससे कहीं ज्यादा कीमत के सोने के आभूषण और मूर्तियों की सुरक्षा की मांग की, एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई, पुलिस की सुरक्षा मिलने के बाद गोल्डेन बाबा 53 गाड़ियों के काफिले के साथ हरिद्वार के लिए रवाना हो गए।
44 साल से पहल रहे हैं सोना
हरिद्वार जूना अखाड़ा के बाबा गोल्डेनपुरी ने बताया कि वह साल 1972 से सोना पहन रहे हैं।
ये गोल्ड के आभूषण ही उनके ईस्ट देवता हैं और इन्हें पहनकर उन्हें सुख की अनुभूति होती है।
उन्होंने बताया कि वह अपने शरीर पर करीब साढ़े ग्यारह किलो सोना पहने हुए हैं।
सोने की मूर्तियां सिंघासन और मुकुट
गाेेल्डन बाबाा ने बताया कि वह उज्जैन महाकुंभ से एक बड़े काफिले के साथ आगरा होते हुए बरेली की ओर जा रहे हैं। काफिले में भगवान की सोने की मूर्तियां, सोने के सिंहासन, मुकुट और आभूषण हैं। उन्होंने बताया कि सारा सामान जूना अखाड़ा में जमा होना है।
अनहोनी के डर से मांगी सिक्युरिटी
उन्होंने एसएसपी प्रीतिंदर सिंह से बरेली तक के लिए सुरक्षा गार्ड मुहैया करवाने को कहा, जिससे उनकी यात्रा के दौरान कोई अनहोनी न हो। एसएसपी ने बताया कि बाबा की मांग को ध्यान रखते हुए आगरा जोन में सिक्युरिटी दी जा रही है। हरिद्वार तक पड़ने वाले जिलों के एसएसपी को भी बाबा गोल्डेन पुरी के काफिले की सूचना दी गई है। पूरे रास्ते में सुरक्षा मिलेगी।