Breast cancer awareness at Nayati Medicentre, Agra
आगरालीक्स… आगरा के नयति मेडिसेंटर में कैंसर से जंग जीतने का जोश भरा गया, ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस माह में कैंसर को मात दे चुके मरीजों ने अपने अनुभव साझा किया। साथ ही डॉक्टरों की टीम ने बताया कि कैंसर से डरने के बजाय लडने का हौसला पैदा करने की जरूरत है। इसके साथ ही सजगता से कैंसर को प्रारंभिक अवस्था में ही खत्म किया जा सकता है। मगर, ऐसा होता नहीं है, मरीज कैंसर की एडवांस स्टेज में डॉक्टर के पास पहुंचते हैं, उस समय मरीज की जान बचाने के विकल्प भी कम हो जाते हैं।
नयति हेल्थकेयर के कैंसर केन्द्र के चेयरमैन डॉ.(प्रो.) शान्तनु चौधरी ने बताया कि ब्रेस्ट में गांठ, दर्द सहित कोई बदलाव दिखाई दे तो डॉक्टर से परामर्श ले लें, यह बदलाव कैसे दिखाई देगा। इसके लिए उन्होंने बताया कि 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं को अपने ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिनेशन करना चाहिए। प्रारंभिक अवस्था में कैंसर का पता चलने पर सर्जरी और उसके बाद कीमोथैरेपी व रेडियोथैरेपी से इलाज किया जाता है। नयति हेल्थकेयर में कैंसर के मरीजों का अत्याधुनिक तकनीक और अनुभवी चिकित्सकों की टीम इलाज कर रही है।
ममता पटनी, स्नेहलता जैन, मंजू अग्रवाल, सी के जैन और एम एल जैन जैसे कई अन्य मरीज ऐसे थे जो किसी न किसी प्रकार के कैंसर से पीड़ित थे लेकिन नयति में आकर अपना इलाज कराने के बाद ये लोग बिल्कुल स्वस्थ हैं और एक सामान्य जीवन जी रहे हैं। इस दौरान नीरज कुमार, डॉ. अमित भार्गव, डॉ. (प्रो.) शान्तनु चौधरी और डॉ. रविकान्त अरोरा आदि मौजूद रहे।