Bad posture cause back pain says Dr Devashish Sharma, Bone Hospital Agra
आगरालीक्स…. रीढ की हडडी पहले से थी, बाद में कुर्सी बनी, ये कुर्सी बैठने लायक नहीं हैं और कमर दर्द दे रही है, बैठने, चलने और वजन उठाने के तरीके से कमर दर्द हो रहा है। आगरा के बोन हॉस्पिटल के स्पाइनल सर्जन डॉ देवाशीष शर्मा ने कमर दर्द के कारण, बचाव और इलाज पर विस्तार से चर्चा की।
बोन हॉस्पिटल प्रतापपुर, आगरा में हर रविवार को स्पाइन सर्जरी की ओपीडी चला रहे डॉ देवाशीष शर्मा जेपी हॉस्पिटल में स्पाइन सर्जरी डिपार्टमेंट में हैं। उन्होंने बताया कि रीढ की हडडी सीधी रखनी चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं हैं। हमारे बैठने, खडे होने और झुकने की अवस्था पॉस्चर गलत होता है, इससे कमर दर्ज, पीठ में दर्द की समस्या तेजी से बढ रही है।
घंटों खडे हैं तो पैर पर भार बदलते रहें
डॉ देवाशीष शर्मा बताते हैं कि आपका जॉब घंटों खडे रहने का है तो आप बीच में ब्रेक ले लें। खडे हैं उस समय एक पैर से दूसरे पैर पर वजन डालते रहें। इससे कमर दर्द की समस्या समाप्त होगी। वहीं, इस तरह खडे हों जिससे रीढ की हडडी सीधी हो।
30 मिनट से एक घंटे बाद कुर्सी से हो जाएं खडे
आपका जॉब घंटों बैठे रहने का है 30 मिनट से एक घंटे के बीच में ब्रेक लें, अपनी कुर्सी से खडे हो जाएं और शरीर को खोलें। कुर्सी पर बैठते समय पीठ के निचले हिस्से को सर्पोट मिलनी चाहिए। कुर्सी ऐसी हो जिससे आपके बैक को सपोर्ट मिल सके। कार की सीट में भी बैक सपोर्ट का ध्यान रखें।
भारी वजन न उठाएं
वजन उठाने से भी कमर दर्द की समस्या हो रही है। अधिक वजन ना उठाएं, वजन उठाते समय रीढ की हडडी को न मोडें, कमर से नीचे की तरफ झुकें।
सोते समय रीढ की हडडी को रखें सीधा
सोते समय भी रीढ की हडडी को सीधा रखना चाहिए, मुलायम गददे पर ना सोएं, इससे भी कमर दर्द की आशंका बढ जाती है।
लैपटॉप और कंप्यूटर हो आंखों की सीध में
लैपटॉप और कंप्यूटर पर काम करते हैं तो उसकी हाइट आपकी आंख की हाइट के बराबर हो, यह कम ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे गर्दन में दर्द हो सकता है।
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