Association between diet and stool, Fast food leads to constipation
आगरालीक्स …दिन भर खूब खाया और सुबह पॉटी स्टूल की मात्रा कितनी थी, आगरा के सर्जन डॉ सुनील शर्मा बता रहे हैं कि खाने और पॉटी की मात्रा में क्या संबंध है, पाइल्स, कब्ज, एनल फिशर से कैसे बच सकते हैं।
नवदीप हॉस्पिटल, साकेत कॉलोनी के निदेशक लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ सुनील शर्मा एमएस बीएचयू का कहना है कि सुबह ठीक तरह से फ्रेश होने पर दिनचर्या अच्छी रहती है। मगर, अधिकांश युवा और बुजुर्गोंं को फ्रेश होने में समस्या आ रही है। कब्ज, पाइल्स और फिशर की समस्या आम हो चुकी है। इससे क्वालिटी आॅफ लाइफ खराब हो रही है।
खाने और पॉटी मल की मात्रा में संबध
डॉ सुनील शर्मा बताते हैं कि खाने में फाइबर यानी सलाद, हरी सब्जी और बिना छना हुआ आटे का इस्तेमाल करते हैं और फल खाते हैं, इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ये लोग सुबह फ्रेश होते हैं तो मल की मात्रा अधिक होती है। वहीं, जो लोग फास्ट फूड का सेवन करते हैं, खाने में फाइबर नहीं होते हैं तो खूब खाने के बाद भी मल की मात्रा कम होती है।
खाने से लेकर तनाव से कब्ज
कब्ज की समस्या आम है, यह फास्ट फूड का सेवन, आराम तलब जिंदगी और जिंदगी में तनाव से बढ रही है। आप क्या खाते हैं और कब खाते हैं, यह भी कब्ज का कारण हो सकता है, घर का बना हुआ भोजन करना चाहिए, रात का खाना खाने के दो घंटे बाद ही सोना चाहिए और खाने में फाइबर डाइट लेने के साथ पानी का भी भरपूर सेवन करें। वहीं, अपनी जिंदगी से तनाव को कम कर दें, इससे भी कब्ज की समस्या खत्म हो सकती है। इसके साथ ही नियमित व्यायाम अवश्य करें।