AQI cross 300 in Agra, Air quality at dangerous level in Agra
आगरालीक्स… आगरा सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर है, मानसून में यह सबसे स्वच्छ हवा वाला शहर था। आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 336 तक पहुंच गया है, इससे लोगों को गले में खरास के साथ ही एलर्जी की समस्या हो रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा शनिवार रात को एयर क्वालिटी इंडेक्स जारी किया गया, इस सूची में आगरा दूसरे नंबर पर है, आगरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 336 रिकॉर्ड किया गया। पहले नंबर पर भिवाडी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 398 था। इस सूची में गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुडगांव, नबी मुंबई और नोएडा आगरा के बाद हैं।
रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 200
रविवार सुबह आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 पर था, यह अनहेल्थी होता है, इससे स्वास्थ्य को नुकसान होता है। आगरा में प्रदूषण और निर्माण कार्य के चलते सूक्ष्म कण पीएम 2. 5 का स्तर लगातार बढ रहा है, एयर क्वालिटी इंडेक्स बढने से अस्थमा रोगियों को समस्या होती है।
पिछले साल नवंबर में 360 तक पहुंचा पीएम 2.5
नवंबर 2017 में को हवा में पीएम 2.5 का स्तर 360 माइक्रोग्राम पर मीटर तक रिकार्ड किया गया था। बुधवार सुबह इसका स्तर और बढ़ गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक सुबह 10 बजे पीएम 2.5 की मौजूदगी 369 पाई गई। एक घंटे बाद सुबह 11 बजे इसका स्तर बढ़कर 373 हो गया है। यह बेहद खतरनाक है।
उखडने लगी सांस, खांसी से परेशान
एक्यूआई बढने से सांस उखडने लगी है, सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीज पहुंच रहे हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के चेस्ट डिपार्टमेंट के हेड डॉ संतोष कुमार का कहना है कि अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की सांस उखडने लगी है, ऐसे 10 मरीज आ चुके हैं, इनमें से कुछ को वेंटीलेटर पर रखा गया है।
हार्ट अटैक का बढा खतरा
हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ मनीष शर्मा का कहना है कि पीएम 2. 5 का स्तर बढने से हृदय रोगियों को भी समस्या हो रही है, इससे हार्ट अटैक की आशंका बढ गई है, खासतौर से ऐसे मरीज जिन्हें पहले से समस्या है, उन्हें अटैक पड सकता है।
सुबह और रात को घर से बाहर ना निकलें
पीएम 2. 5 का स्तर बढने से बच्चों, बुजुर्ग, अस्थमा, सीओपीडी के मरीजों को खतरा है, डॉक्टरों का कहना ळै कि ऐसे मरीज सुबह और शाम को घर से बाहर ना निकलें।