Samajwadi Party and Congress are doing politics of appeasement, robbing
43 bora garbage collected from Tajmahal
आगरालीक्स… आप सोच सकते हैं कि ताजमहल में कितना कूडा होगा, ताजमहल में अधिकारियों ने मुंह पर मास्क और हाथों में ग्लब्स पहनकर पर्यटकों के फैलाए कूडे को इकटठा किया, उसे 43 बोरों में भरकर बाहर फेंका, ताजमहल में फैली गंदगी को देखकर हर कोई दंग है। अब शहर की संस्थाएं शाम के समय ताजमहल में सफाई करेंगी। जिससे ताजमहल में इधर उधर बिखरे शू कवर और बोतलों से पर्यटक यहां से ताजमहल की गंदी छवि न लेकर जाएं।
ताजमहल में पीजी फाइबर कंपनी सफाई करती थी, उसका 30 अप्रैल को अनुबंध खत्म हो चुका है। इसके बाद से कंपनी के 14 कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया, 20 मई तक ताजमहल में शू कवर और पानी की बोतलों का अंबार लग गया, चमेली फर्श से लेकर मुख्य गुंबद से गंदगी ही गंदगी दिखाई देने लगी। इससे पर्यटक परेशान दिखे तो पर्यटन संस्थाओं ने भी चिंता जताई, ताजमहल की गंदगी से छवि बिगडेगी। इस पर एएसआई, सीआईएसएफ के अधिकारी और जवानों ने शुक्रवार को ताजमहल के पर्यटकों के लिए बंद होने पर सफाई की।
कूडा देख हांफे अधिकारी
ताजमहल में शुक्रवार सुबह आठ बजे से अधिकारी और जवानों ने सफाई करना शुरू किया। वे ताजमहल परिसर में प्लास्टिक के बैग लेकर आगे बढते गए और शू कवर, बोतलों से बोरे भरते चले गए। एक के बाद एक 43 बोरा कूडा इकटठा होने पर अधिकारी भी हांफ गए। एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद भुवन विक्रम सहित अन्य अधिकारियों ने कूडा उठाया।
अधिकारियों को बाहर निकालने पडे कूडे के बोरे
दोपहर 12 बजे तक ताजमहल का अधिकांश हिस्सा साफ हो गया। कूडे से भरे 43 बोरों को बाहर निकालने के लिए अधिकारियों को खुद लगना पडा, बोरे का एक हिस्सा एक अधिकारी ने पकडा तो दूसरे हिस्से पर सहारा देने के लिए उनके साथी आ गए, इस तरह ताजमहल से 43 बोरे कूडा बाहर निकाला गया। आगे से ताजमहल की सफाई के लिए संस्थाएं आगे आ गई हैं, उनके द्वारा सफाई की जाएगी।