3 killed as private bus hit tractor trolley on Yamuna Expressway in Agra region
आगरालीक्स.. आगरा से सवारी लेकर जा रही बस का यमुना एक्सप्रेस वे टायर फटा, अनियंत्रित होकर बस ट्रैक्टर से टकराई, तीन की मौके पर ही मौत, कई लोगों के गंभीर चोट आई हैं। इन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।
सोमवार सुबह यमुना एक्सप्रेस वे आगरा से सवारियों को लेकर नोएडा के लिए प्राइवेट बस जा रही थी। बस के आगे सुरीर के गांव तेहरा निवासी राजेश ट्रैक्टर ट्रॉली से ईंटें नोएडा ले जा रहा था। टप्पल क्षेत्र में माइल स्टोन 54 के समीप पीछे से सवारियां लेकर आ रही प्राइवेट बस का टायर फट गया, अनियंत्रित बस आगे चल रहे ईंटों भरे ट्रैक्टर ट्रॉली में घुस गई।
मची चीख पुकार, तीन की मौत
भीषण हादसे के बाद चीख पुकार मच गई, हादसे में ट्रैक्टर चला रहा चालक राजेश (25) पुत्र भूरा निवासी गांव तेहरा की मौत हो गई, बस में सवार दो यात्रियों की भी मौत हुई है। वहीं हादसे में ट्रैक्टर पर बैठे बीनू निवासी तेहरा सहित एक दर्जन लोग गंभीर घायल हैं।
31 मार्च को हादसे में मौत
31 मार्च 2018 को आगरा में यमुना एक्सप्रेस वे पर कार के डिवाइडर के टकराने से भीषण हादसे में दो की मौत, घायलों की हालत गंभीर है, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर कार डीएल 14 सीसी 3783 शुक्रवार रात नोएडा से आगरा की ओर जा रही थी। देर रात यमुना पार क्षेत्र में माइल स्टोन 107 के समीप टायर फटने से अनियंत्रित हो गई, तेज स्पीड कार डिवाइडर से टकराने के बाद पलट गई। भीषण हादसे के बीच चीख पुकार मचने पर यमुना एक्सप्रेस वे कर्मी, पुलिस और स्थानीय लोग पहुंच गए। कार में फंसे लोगों को बमुश्किल बाहर निकाला जा सका।
वाहन से कुचले बेहोश यात्री
हादसे के बाद 17 वर्षीय रुचि 17 वर्ष पुत्री राजेश राठी लक्ष्मीनगर दिल्ली कार से बाहर सडक पर गिर गई, वह बेहोश थी। इसी बीच पीछे से आए वाहन ने उन्हें कुचल दिया, उनके सिर और शरीर पर गंभीर चोट आई और कुछ ही देर में मौत हो गई। वहीं हादसे में कार चालक कुंवर सिंह की भी मौत हो गई है। हादसे में यात्रिका एवं मीना राठी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना पर पहुंचे पुलिस और एक्सप्रेस वे कर्मियों ने मृतकों को शव पोस्टमार्टम भेजे हैं।
यमुना एक्सप्रेस वे पर 700 से अधिक की सडक हादसे में मौत
आगरा से नोएडा ढाई से तीन घंटे में पहुचाने वाले खूनी यमुना एक्सप्रेस वे पर 4905 रोड एक्सीडेंट में 705 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है। एम्स के तीन डॉक्टरों की मौत के साथ ही कारोबारी के बेटे से लेकर साइकिल सवार भी हादसे का शिकार हो चुके हैं।
आगरा से नोएडा तक कम समय में हाई स्पीड से पहुंचाने के लिए 15 अगस्त 2012 में यमुना एक्सप्रेस वे का उदघाटन हुआ था। इसके बाद से ही हाईवे पर हादसे होने लगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2012 से 2018 तक 4,900 सड़क हादसे हुए हैं। सड़क हादसों में 8,205 लोग चपेट में आए और 7,500 लोग घायल हुए।
705 लोगों की मौत
शनिवार रात को नोएडा से आगरा बर्थ डे पार्टी मनाने इनोवा से एम्स के छह डॉक्टरों के साथ सात लोग आ रहे थे। रात तीन बजे इनोवा कार सीएच 01 एएस 2431 मथुरा के थाना सुरीर क्षेत्र में माइल स्टोन 88 के पास आगे चल रहे टैंकर में घुस गई, भीषण हादसे से इनोवा का आगे का हिस्सा कैंटर में घुस गया। तेज आवाज और चीख पुकार सुनकर पुलिस और स्थानीय लोग पहुंचे। इसमें सवार एम्स के डॉक्टर हर्षद (35) निवासी महाराष्ट्र , चंडीगढ़ के डॉक्टर यशप्रीत (26) और हरियाणा की डॉक्टर हेमबाला (25) की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, एमपी के डॉक्टर जितेंद्र बिहार के डॉक्टर महेश और डॉक्टर अभिनव व त्रिपुरा की डॉक्टर केफमिन हैं।
रात एक से तीन बजे के बीच सबसे ज्यादा हादसे
यमुना एक्सप्रेस वे पर सबसे ज्यादा हादसे रात एक से तीन बजे के बीच में हुए हैं, इस दौरान नींद का झोका आता है। इन हादसों का एक बडा कारण वाहनों की ओवर स्पीड, टायर फटना और तीसरा कारण गाडी चलाते समय नींद का झोका आना है।
एयर प्रेशर से फट रहे टायर
यमुना एक्सप्रेस वे सीमेंटेड रोड है, एयर प्रेशर बढने से टायर गर्म हो जाते हैं, इससे टायर फट जाते हैं। इसलिए टायर में नाइट्रोजन का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया जाता है, साथ ही प्रेशर भी अधिक नहीं होना चाहिए। यमुना एक्सप्रेस वे पर कार के लिए स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 60 किलोमीटर प्रति घंटा है।